नाट्य मंचन : सभा

नाटक काव्य का एक रूप है अर्थात जो रचना केवल श्रवण द्वारा ही नहीं अपितु दृष्टि द्वारा भी दर्शकों के हृदय मे में रसानूभूति कराती है।












 

Comments

Popular posts from this blog

विराम चिह्न गतिविधि

विद्यालय में पुनः स्वागत है