कक्षा पाँचवीं - हिंदी सप्ताह (मुहावरों से सम्बंधित पहेलियाँ)
शिक्षा के उद्देश्यों को पूर्ण रूप से प्राप्त करना तभी संभव हो पाता है जब शिक्षा में सह पाठयक्रम गतिविधियों को सम्मिलित किया जाए। सह पाठयक्रम गतिविधियों द्वारा बच्चे सक्रिय रहते हैं जिसके कारण उनका दिमाग अधिक क्रियाशील बना रहता है और छात्रों में सोचने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है। छात्र पढ़ाई करते-करते मानसिक दुर्बलता महसूस करने लगते हैं जिससे उनकी मानसिक स्थिति में छात्रों को ऊर्जावान बनाने के लिए उपयोग में लाई जाती हैं। छात्रों के स्वस्थ रहने के कारण छात्रों का शारीरिक विकास हो पाता है इन गतिविधियों के द्वारा छात्रों के भीतर समाहित कला एवं कौशल की पहचान करना संभव हो जाता है क्योंकि उस दौरान छात्र अपने वास्तविक व्यक्तित्व का प्रदर्शन करते हैं।
साहित्य में मुहावरे की अति महत्वपूर्ण भूमिका है। मुहावरों का प्रयोग विशेष रूप से वाक्य को अधिक रोचक और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
कक्षा पांचवीं के छात्रों ने हिंदी सप्ताह गतिविधि के अंतर्गत मुहावरों से संबंधित चित्र बनाकर पहेलियां बुझाई और सभी छात्र बड़े ही उत्साह से इस गतिविधि के प्रतिभागी बने। इस गतिविधि से छात्रों की समाहित कला एवं कौशल की पहचान होती है।
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