नवरात्रि और बैसाखी उत्सव

                                        

नवरात्रि तथा बैशाखी पर्व की गतिविधियाँ


हमारे पर्व वैशाखी तथा नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ पर्व किसी राष्ट्र की संस्कृति चेतना के मुख़्य अंग स्वरूप एवं प्रतीक हुआ करते हैं उनसे यह जाना जाता है कि कोई राष्ट्र वहाँ रहने वाली जातियों, उन की सभ्यता संस्कृति कितनी अपनत्व पूर्ण, किसी ऊर्जास्वित ,जीवंत और प्राणवान है। त्योहारों के माध्यम से कोई जाति अथवा राष्ट्र अपने सामूहिक आनंद भाव को भी उजागर किया करते हैं। एक ही दिन एक ही समय लगभग एक समान ढंग से मनाए जाने वाले त्योहारों का प्रभाव भी सम्मिलित ही दिखाई पड़ता है| इस कारण त्योहारों को सामूहिक स्तर पर की गई आंनदाेत्साह  की अभिव्यक्ति ही माना जाता है। त्योहारों का महत्व अन्य कई युक्तियों से भी समझा एवं देखा जा सकता है| ऐसे अवसर पर यह घर परिवार के छोटे- बड़े सभी सदस्यों के समीप आने, मिल- बैठने एक- दूसरे के सुख- आनंद को सांझा बनाने की प्रयोग भी प्रदान किया करते हैैं| इसी उद्देश्य के हेतु आज  कक्षा तीसरी ,चौथी तथा पाँचवीं के विद्यार्थियों द्वारा नव विक्रमी संवत 2078 एवं चैत्र नवरात्रि तथा बैसाखी पर्व को अपनी-अपनी कक्षाओं में मौखिक तथा लिखित रूप में हर्षोल्लास तथा प्रभावपूर्ण ढंग से हिंदी गतिविधि को संपन्न किया।

जैसे- लेखन, स्वरचित कविता तथा नौ देवियों के स्वरूपों का यथार्थ चित्रण चित्र सहित किया।






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