छात्रों के भाषा कौशल के विकास में कथावाचन एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह न केवल बुद्धिमत्ता और ज्ञान को याद रखने योग्य तरीकों में आगे बढ़ाता है, बल्कि यह छात्रों की कल्पना के विकास में भी मदद करता है। कहानियाँ कक्षा में बहुत शक्तिशाली माध्यम होती हैं। वे मज़ेदार, प्रेरणादायी और चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं। वे अपने श्रोताओं को उनके दैनिक जीवन से निकालकर एक काल्पनिक विश्व में ले जा सकती हैं। कहानियाँ सुनने से छात्रों को नई शब्दावली, वाक्यांशों और भाषा संरचनाओं को जानने का मौक़ा मिलता है, जिससे बोलने और लिखने की उनकी संवाद क्षमताएँ बढ़ती हैं। कक्षा तीसरी के छात्रों को कहानी मंचन गतिविधि करवायी गई जिसमें उन्हें तेनालीराम , बीरबल अथवा चाणक्य की चतुराई से संबंधित कहानी सुनानी थी ।