नाट्य मंचन गतिविधि से छात्रों में सार्वजनिक बोलने की क्षमता, आत्मविश्वास और प्रभावशाली संवाद कौशल विकसित होते हैं। वे अपनी बातों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने में सक्षम होते हैं। नाटक छात्रों को सामाजिकता, टीमवर्क और सहनशीलता सिखाते हैं। उन्हें विभिन्न पात्रों की भूमिका निभाने के दौरान दूसरों के दृष्टिकोण को समझने का अवसर मिलता है ।नाट्य मंचन छात्रों को अपनी रचनात्मकता और कल्पना को उजागर करने का एक मंच प्रदान करता है। वे अपने विचारों और भावनाओं को कला के रूप में व्यक्त कर सकते हैं। नाट्य मंचन में शरीर की गतिविधियाँ भी शामिल होती हैं, जैसे अभिनय, नृत्य, और शारीरिक अभिव्यक्ति, जो शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाती हैं। इसके अलावा, यह मानसिक थकान को दूर करने और ताजगी प्रदान करने का एक अच्छा उपाय है। कक्षा पाँचवीं के छात्रों ने पाठ ‘शतरंज में मात ‘से नाट्य मंचन गतिविधि में बड़े उत्साह से भाग लिया व विभिन्न पात्रों ( राजा कृष्णदेव राय , तेनालीराम , दरबारी , नाई ) की भूमिका को बखूबी निभाया । इस प्रकार, नाट्य मंचन गतिविधि केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं होता, बल्कि यह छात्रों के सर्